यूपी निकाय चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के मंत्रियों को जिलों की जिम्मेदारी मिली है। योगी सरकार ने जिलों में मंत्री को जिला प्रभार की जिम्मेदारी सौंपी है। मंत्रियों का जिला प्रभार सूची जारी किया गया है। एक-एक मंत्री को दो-दो जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 48 मंत्रियों को यूपी के 75 जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कैबिनेट और स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को दो-दो जिले की जिम्मेदारी दी गई है। राज्य मंत्रियों को 1 जिले की जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद जिम्मेदारी दी है।
-कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी को दो जिलों की जिम्मेदारी मिली है। इनमें कानपुर नगर और -मिर्जापुर का नाम शामिल है।
-सुरेश खन्ना को लखनऊ और गोरखपुर का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
-सूर्य प्रताप शाही को आजमगढ़ और अयोध्या का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
-स्वतंत्र देव सिंह को प्रयागराज और बांदा का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
-नितिन अग्रवाल को प्रतापगढ़ का प्रभारी बनाया गया है।
-आशीष पटेल सुल्तानपुर के प्रभारी मंत्री बनाए गए हैं।
-डॉ. संजय निषाद बहराइच के प्रभारी मंत्री बने हैं।
-राकेश सचान को फतेहपुर का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
-बेबी रानी मौर्य झांसी की प्रभारी मंत्री बनी हैं।
-गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी 2024 में बड़ी जीत यानी क्लीन स्वीप को लेकर सियासी -तैयारी कर रही है। बीजेपी ने संगठन के साथ जमीनी स्तर पर भी माइक्रो प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगस्त 2022 में तीसरी बार अपने मंत्रियों के मंडल प्रभार में बदलाव करते हुए अहम फैसला लिया था। अब जिलों का प्रभार मंत्रियों को मिलने के बाद वे मंडलों और जिलों का दौरा करेंगे।